इमरजेंसी तक सीधे पहुंचती हैं
गोरखपुर के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) में निजी एंबुलेंस की बिना रोक-टोक एंट्री पर सवाल उठ रहे हैं। 13 दिसंबर 2025 को सामने आए मामले में पता चला कि निजी एंबुलेंस बिना किसी चेकिंग या रिकॉर्ड के इमरजेंसी तक पहुंच रही हैं। अमर उजाला और लाइव हिंदुस्तान की रिपोर्ट्स के अनुसार, एम्स में कोई गेट पर चेकिंग नहीं होती और न ही एंबुलेंस का रिकॉर्ड दर्ज किया जाता है। यह व्यवस्था सुरक्षा और पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है। मरीजों के परिजन और स्थानीय लोग शिकायत कर रहे हैं कि निजी एंबुलेंस अधिक चार्ज लेती हैं और कई बार फर्जी बिलिंग होती है। एम्स प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं। इस ब्लॉग में हम इस मामले की पूरी डिटेल्स, कारण, प्रभाव, प्रशासन की प्रतिक्रिया और सुधार के सुझाव बताएंगे। यदि आप गोरखपुर या एम्स से जुड़े हैं, तो ये अपडेट्स आपके लिए जरूरी हैं।
निजी एंबुलेंस की एंट्री: कोई रोक-टोक नहीं, रिकॉर्ड जीरो
एम्स गोरखपुर में रोजाना सैकड़ों एंबुलेंस आती हैं। लेकिन निजी एंबुलेंस को बिना किसी चेकिंग के एंट्री मिल जाती है। मुख्य समस्या:
- गेट पर कोई रजिस्टर नहीं।
- एंबुलेंस नंबर, ड्राइवर का नाम या मरीज की डिटेल्स दर्ज नहीं होती।
- इमरजेंसी तक सीधे पहुंच।
- कई बार निजी एंबुलेंस अधिक चार्ज लेती हैं – 5-10 किमी के लिए 5000-10000 रुपये।
एक परिजन ने कहा, “एम्स की एंबुलेंस फ्री है, लेकिन निजी वाले अधिक पैसे लेते हैं।”
कारण: सुरक्षा व्यवस्था में कमी
इस समस्या के पीछे कई कारण हैं:
- एम्स में एंबुलेंस के लिए अलग गेट नहीं।
- सुरक्षा गार्ड पर्याप्त नहीं।
- निजी एंबुलेंस का कोई रजिस्ट्रेशन अनिवार्य नहीं।
- प्रशासन की लापरवाही।
स्थानीय लोगों ने कहा, “यह सुरक्षा के लिए खतरा है। कोई भी एंबुलेंस अंदर आ सकती है।”
प्रभाव: मरीजों पर बोझ, सुरक्षा जोखिम
- मरीजों को अधिक चार्ज देना पड़ता है।
- फर्जी बिलिंग और धोखाधड़ी की शिकायतें।
- सुरक्षा जोखिम – कोई भी संदिग्ध अंदर आ सकता है।
- एम्स की छवि पर असर।
प्रशासन की प्रतिक्रिया: जांच और सुधार के आदेश
एम्स प्रशासन ने मामले का संज्ञान लिया है। डायरेक्टर ने कहा, “जांच होगी। निजी एंबुलेंस के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य करेंगे।” सुरक्षा बढ़ाने और रिकॉर्ड रखने का फैसला लिया गया है।
एम्स में सुधार के सुझाव
- एंबुलेंस के लिए अलग गेट और रजिस्टर।
- निजी एंबुलेंस का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य।
- CCTV और गार्ड बढ़ाएं।
- फ्री एम्स एंबुलेंस की संख्या बढ़ाएं।