सभी वाहनों पर अनिवार्य टेप, 50% हादसे कम होने की उम्मीद
गोरखपुर। सर्दियों में घने कोहरे के कारण गोरखपुर में हर साल दर्जनों हादसे होते हैं। अब इस समस्या पर लगाम लगाने के लिए गोरखपुर पुलिस ने एक क्रांतिकारी कदम उठाया है। 10 दिसंबर 2025 को पुलिस ने घोषणा की कि सभी वाहनों पर रिफ्लेक्टर टेप (प्रतिबिंबित टेप) लगाना अनिवार्य किया जाएगा। इनोवेटिव न्यूज और दैनिक जागरण की रिपोर्ट्स के अनुसार, यह योजना कोहरे में वाहनों की दृश्यता बढ़ाने के लिए शुरू की गई है। रिफ्लेक्टर टेप से वाहन की लाइट पड़ते ही 100-200 मीटर तक चमक होगी, जिससे सामने आने वाला वाहन आसानी से देख सकेगा। योजना 2025-26 से पूरी तरह लागू होगी। इससे गोरखपुर-महराजगंज, गोरखपुर-कुशीनगर और गोरखपुर-देवरिया हाईवे पर हादसे 50% तक कम होने की उम्मीद है। इस ब्लॉग में हम इस योजना की पूरी डिटेल्स, लाभ, कार्यान्वयन, स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया और कोहरे में सुरक्षित यात्रा के टिप्स बताएंगे।
रिफ्लेक्टर टेप योजना: कोहरे में वाहनों की दृश्यता बढ़ेगी
गोरखपुर पुलिस ने सभी दोपहिया, चारपहिया, ट्रक, बस और ट्रैक्टर पर रिफ्लेक्टर टेप लगाने का फैसला लिया है। मुख्य बातें:
- टेप का प्रकार: हाई-ग्रेड रिफ्लेक्टर टेप (सफेद-लाल-पीला)।
- लगाने की जगह: वाहन के चारों ओर, बंपर, पहियों के पास और साइड मिरर पर।
- लागत: 100-300 रुपये (कार/बाइक के लिए), ट्रक-बस के लिए 500-800 रुपये।
- अनिवार्यता: 2025-26 से सभी वाहनों पर लगाना जरूरी।
- जांच: पुलिस चेकिंग के दौरान टेप न होने पर चालान।
- लाभ: कोहरे में 200 मीटर तक वाहन दिखेगा, हादसे 50% कम होंगे।
पुलिस अधीक्षक ने कहा, “कोहरे में 70% हादसे दृश्यता की कमी से होते हैं। यह टेप सस्ता और कारगर उपाय है।”
गोरखपुर में कोहरे के कारण हादसे: आंकड़े चौंकाने वाले
- 2025 में गोरखपुर में 120+ हादसे, 60+ मौतें।
- मुख्य कारण: घना कोहरा, तेज रफ्तार, ओवरटेकिंग।
- सबसे ज्यादा हादसे: गोरखपुर-कुशीनगर, गोरखपुर-महराजगंज और गोरखपुर-देवरिया रूट पर।
पुलिस ने कहा, “रिफ्लेक्टर टेप से 50% हादसे कम हो सकते हैं।”
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया: योजना का स्वागत
गोरखपुर के वाहन चालकों ने योजना का स्वागत किया। एक ट्रक चालक ने कहा, “कोहरे में सामने वाला वाहन दिखाई नहीं देता, अब टेप से आसानी होगी।” एक बाइक चालक ने कहा,