पश्चिमी यूपी में मांग तेज
मेरठ। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की मांग को लेकर आंदोलन फिर तेज हो गया है। व्यापारी संगठनों ने 17 दिसंबर 2025 को मेरठ बंद का ऐलान किया है। इस दिन सभी प्रतिष्ठान, दुकानें, बाजार और पेट्रोल पंप बंद रहेंगे। अमर उजाला और दैनिक जागरण की 13 दिसंबर 2025 की रिपोर्ट्स के अनुसार, व्यापारियों ने बंद को पूर्ण समर्थन देने का फैसला लिया है। यह बंद हाईकोर्ट बेंच की मांग को लेकर है, जो कई सालों से चली आ रही है। मेरठ, सहारनपुर, गाजियाबाद और अन्य जिलों के व्यापारी इसमें शामिल होंगे। बंद से शहर की दैनिक जीवन प्रभावित होगा। इस ब्लॉग में हम हाईकोर्ट बेंच आंदोलन की पूरी डिटेल्स, व्यापारियों का बंद ऐलान, कारण, प्रभाव और अपडेट्स बताएंगे। यदि आप मेरठ या पश्चिमी यूपी में रहते हैं, तो ये अपडेट्स आपके लिए जरूरी हैं।
व्यापारियों का बंद ऐलान: 17 दिसंबर को मेरठ बंद
व्यापारी संगठनों ने बैठक कर 17 दिसंबर को पूर्ण बंद का फैसला लिया। मुख्य बिंदु:
- सभी दुकानें, बाजार, मॉल और प्रतिष्ठान बंद।
- पेट्रोल पंप भी बंद रहेंगे।
- केवल आवश्यक सेवाएं (अस्पताल, दवा दुकानें) खुली रहेंगी।
- सुबह से शाम तक बंद।
- व्यापारियों ने कहा, “हाईकोर्ट बेंच की मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा।”
व्यापारी नेता ने कहा, “पश्चिमी यूपी में हाईकोर्ट बेंच की जरूरत है। बंद से सरकार पर दबाव बनेगा।”
हाईकोर्ट बेंच आंदोलन का इतिहास: लंबी मांग
पश्चिमी यूपी में हाईकोर्ट बेंच की मांग 1980 के दशक से चली आ रही है। मुख्य कारण:
- लखनऊ हाईकोर्ट दूर होने से मुकदमों में देरी।
- मेरठ, सहारनपुर, गाजियाबाद जैसे जिलों में लाखों केस पेंडिंग।
- यात्रा और खर्च की समस्या।
- कई बार आंदोलन हुए, लेकिन बेंच नहीं मिली।
2024 में फिर आंदोलन तेज हुआ। अब व्यापारियों का समर्थन मिलने से मांग मजबूत हुई है।
बंद का प्रभाव: शहर पर असर
17 दिसंबर को मेरठ में:
- बाजार बंद – कोई खरीदारी नहीं।
- पेट्रोल पंप बंद – वाहनों में ईंधन की समस्या।
- ट्रैफिक कम, लेकिन आवश्यक सेवाएं प्रभावित।
- स्कूल-कॉलेज खुले रह सकते हैं।
व्यापारियों ने कहा, “एक दिन का बंद सरकार को जगाएगा।”
प्रशासन की तैयारी: शांति बनाए रखने के निर्देश
प्रशासन ने शांति बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। पुलिस ने कहा, “बंद शांतिपूर्ण रहेगा। कोई जबरदस्ती नहीं होगी।” DM ने व्यापारियों से बात की है।