हाल ही में उत्तर प्रदेश में छात्रों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज की घटनाओं ने काफी विवाद खड़ा किया है। प्रयागराज में सरकारी नौकरियों की परीक्षा में कथित धांधली के खिलाफ छात्रों ने प्रदर्शन किया, जिसमें पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए लाठीचार्ज किया। छात्रों का कहना है कि पेपर लीक और भर्ती प्रक्रियाओं में अनियमितताओं के कारण उनका भविष्य अंधकारमय हो रहा है। वे आयोग से पारदर्शी जांच और गलत प्रक्रियाओं पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं।
विपक्षी नेताओं ने भी इस मुद्दे को उठाते हुए छात्रों के साथ किए गए व्यवहार की निंदा की है। कांग्रेस की प्रियंका गांधी और सपा के अखिलेश यादव ने इसे “अत्याचार” बताते हुए सरकार से कार्रवाई रोकने और छात्रों की समस्याओं का समाधान करने का आग्रह किया है।
इस प्रकार, उत्तर प्रदेश में छात्रों पर लाठीचार्ज के मामले ने प्रशासनिक प्रक्रिया और रोजगार के मुद्दे पर ध्यान आकर्षित किया है, जिसे लेकर छात्रों और नेताओं की ओर से आवाज उठाई जा रही है।