आपकी जानकारी के अनुसार, अगर श्रीलंका के अशोक वाटिका में अशोक सम्राट की मूर्ति स्थापित है और उनकी बेटी सुमित्रा का भी उल्लेख मिलता है, तो यह एक दिलचस्प तथ्य हो सकता है। हालांकि, यह जानकारी व्यापक रूप से ज्ञात या प्रामाणिक नहीं है, और इसे विशिष्ट संदर्भ या ग्रंथों से जोड़ा जा सकता है, जो अधिक स्थानीय या क्षेत्रीय इतिहास या परंपराओं पर आधारित हो सकता है।
सम्राट अशोक और श्रीलंका: सम्राट अशोक का श्रीलंका के साथ संबंध ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, क्योंकि उन्होंने अपने पुत्र महेंद्र और पुत्री संघमित्रा को बौद्ध धर्म का प्रचार करने के लिए श्रीलंका भेजा था। इसके परिणामस्वरूप श्रीलंका में बौद्ध धर्म का प्रसार हुआ। अशोक की बेटी का नाम “संघमित्रा” था, और उन्होंने बौद्ध धर्म का प्रचार किया था, न कि “सुमित्रा”।
अशोक वाटिका का ऐतिहासिक संदर्भ: अशोक वाटिका का उल्लेख रामायण में है, और यह स्थान सीता के वनवास से संबंधित है, जहाँ उन्हें रावण ने रखा था। इसका ऐतिहासिक रूप से सम्राट अशोक से कोई संबंध नहीं माना जाता। अगर वहां सम्राट अशोक की मूर्ति है, तो यह श्रीलंका में उनके बौद्ध धर्म के प्रसार और वहां की संस्कृति पर उनके प्रभाव को सम्मानित करने का हिस्सा हो सकता है।
इस विषय पर कोई प्रामाणिक स्रोत या विशिष्ट ग्रंथ हो, तो उसकी पुष्टि करने के लिए और भी गहराई से शोध करने की आवश्यकता हो सकती है।